आजादी तो वो भी चाहते है भारत से नहीँ भारत मे, कश्मिरीयो की अनकही दास्तान

कश्मीर,भारत का एक ऐसा हिस्सा जिसे ना ही पूरी तरह से अपनाया गया और ना ही ठुकराया गया.वैसे तो मैने कई हिँदुस्तनियो को कश्मिरियो के बारे मे भला बुरा कहते सुना है कई तो उन्हे पकिस्तान के समर्थक भी कहते है और क्यू ना कहें कई बार पकिस्तान के झंडे भी तो वहा लहराते है.लेकिन इन सब के बीच कोई ऐसा नहीँ मिला जो गैर मुल्क के झंडे लहराने की वजह पूछे.
दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्रवाले देश मे अगर आपको एक घर मे बंद कर दिया जाये और आपकी सुरक्षा के नाम पर आपकी आज़ादी आपसे छीन ली जाये तो क्या करोगे ? क्या करोगे जब सुरक्षा के नाम पर एक छोटे से शक मे आपके बेगुनाह भाई या बाप को सालों के लिये जेल मे बंद कर दिया जाये ? अब ऐसे मे अगर कोई उन्हे उनकी आजादी वापिस दिलाने का झूठा दिलासा देता है और वो उसके लिये झंडे लहराते है तो इसमें उनकी क्या गलती है ?
जो लोग ये समझते है की ये दिलासा झूठा है लेकिन अपने देश से भी उन्हे कोई उम्मीद नहीँ दिखती अब ऐसेँमे अगर वो अलग देश बनाने की बात करते है तो क्या गलत करते है ?
उनकी आजादी का लालच देकर उन्हे भड़काया जाता है हिंदुस्थानी से उन्हे आतंकवादी बनाया जाता है अगर बेहकावे मे आकर वो एक आस के मारे हथियार उठा लेते है तो इसमें उनकी क्या गलती है ? जिस AFSPA रूल को हटाने के लिये एक औरत 15 साल भूख हड़ताल करती है लेकिन बावजूद उसके कोई उसकी सुनता नहीँ है अहिंसा के हथियारों का इस तरह होता हुआ कत्ल देखकर अगर कोई हिंसा के मार्ग पर चल पड़ता है तो इसमें उनकी क्या गलती है ?
इंसान की उम्मीद उसकी सबसे बड़ी ताकद होती है लेकिन अगर बरसों तक उस उम्मीद का कत्ल होते रहे और फिर भी वो चुप रहे तो उसकी मर्दानगी को चोट पहुँचती है जिसके बाद वो अपने तरीके से रास्ते ढूँढ़ना शुरू कर देता है और कुछ इसी तरह का हाल हिंदुस्तानी कश्मिरियो का है जहाँ इंसानों से ज्यादा उनकी उम्मिदो को बचाना ज़रूरी हो गया है कश्मीर हिंदुस्तान का था और हिन्दुस्तान का ही रहेगा लेकिन उससे ज्यादा हमे वहा के लोगो को बेहतर जिंदगी और उनकी आजादी हिंदुस्तान के अंदर ही वापिस दिलानि होगी जिसके बाद इस खूबसूरत से जगह को खूबसूरत और खुश लोगो का साथ मिल जायेगा और हिन्दुस्तान की धरती को अपना खोया सितारा वापिस मिल जायेगा.

Comments